पुत्र का पिता को पत्र - Son's letter to father in Hindi
व्यक्तिगत पत्र
पुत्र का पिता को पत्र
लक्ष्मी नगर, लखनऊ
दिनाँक १ जौलाई, २००३
परम पूज्य पिताजी,
सादर चरण स्पर्श !
ईश्वर की कृपा से हम सभी कुशलपूर्वक हैं और आपकी कुशलता की कामना करते हैं । मेरा विद्यालय कल से खुल गया है । नई कक्षा में आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है । मैंने अपनी सभी पुस्तकें खरीद ली हैं । आप जब घर आयेंगे तो आपको दिखाऊँगा । आप छुट्टियों में अवश्य घर आने की कृपा करें । हम सबको आपकी बहुत याद आती है | हम सबका प्रणाम स्वीकार करें ।
पत्र का उत्तर शीघ्र देने की कृपा करें।
आपका प्रिय पुत्र
मोहम्मद दानिश अंसारी
महत्वपूर्ण प्रश्न - उत्तर
पुत्र का पिता को पत्र किस प्रकार का पत्र है ?
पुत्र द्वारा पिता हो लिखा गया पत्र व्यक्तिगत पत्र लेखन के अंतर्गत आता है।
पत्र मुख्यतः कितने प्रकार के होते है?
पत्र मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं -
१. व्यक्तिगत पत्र - ये पत्र अपने मित्रों, सम्बन्धियों, जैसे - माता-पिता, भाई-बहिन आदि के लिए लिखे जाते हैं ।
२. व्यापारिक पत्र - ये पत्र वस्तुओं को खरीदने और बेचने आदि अर्थात व्यापार की बातों के लिए लिखे जाते हैं ।
३. सरकारी तथा अर्द्ध-सरकारी पत्र - ये पत्र सरकारी तथा अर्द्ध-सरकारी कार्यालयों को लिखे जाते हैं ।
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