पिता का पुत्र को पत्र - father's letter to son in Hindi

 पिता का पुत्र को पत्र - father's letter to son in Hindi

पिता का पुत्र को पत्र

गाँधी नगर, मेरठ

दिनाँक जौलाई, २००३

प्रिय पुत्र विजय

चिरंजीव रहो!

         तुम्हारा पत्र कल मुझे मिल गया था। मुझे यह पढकर बहुत ख़ुशी हई कि तुमने नई कक्षा में प्रवेश  ले लिया है और पुस्तके भी खरीद ली हैं अब तुम्हें खूब मन लगाकर पढना चाहिए ताकि कक्षा में प्रथम सको।

         मैं छुट्टियों में अवश्य घर आऊँगा आने से पूर्व पत्र लिख दूँगा घर में सबको प्यार एवं आशीर्वाद।

 

तुम्हारा शुभाकाँक्षी

                                                              

प्रार्थना-पत्र (पत्र-लेखन) - Letter Writing in Hindi

पुत्र का पिता को पत्र - Son's letter to father in Hindi


महत्वपूर्ण प्रश्न - उत्तर

पत्र लिखते समय किन -किन बातों का ध्यान रखना अवश्य है ?

पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का अवश्य  ध्यान रखे -

. पत्र की भाषा सरल और शिष्ट होनी चाहिए

. एक ही बात को बार-बार नहीं दोहराना चाहिए |

. प्रत्येक वात एक - दूसरे से सम्बन्धित होनी चाहिए

. लेखनी शुद्ध और साफ होनी चाहिए।


पिता का पुत्र को पत्र लिखने का तरीका क्या है?

पिता के द्वारा पुत्र को पत्र लिखने का तरीका ऊपर बताया गया है। आप अपनी सुविधा अनुसार वाक्य में बदलाव कर सकते है। 

Post a Comment

0 Comments