मुन्शी प्रेमचन्द की कहानियाँ और उनका संक्षिप्त विवरण
मुंशी प्रेमचंद की कहानियाँ उनके लेखन की महत्वपूर्ण भाग हैं और इन्हें हिंदी साहित्य के शिरोमणि में गिना जाता है। इन कहानियों में सामाजिक, राजनीतिक, और मानवीय मुद्दे उठाए गए हैं। यहां कुछ प्रमुख मुंशी प्रेमचंद की कहानियाँ हैं:
"पुस की रात" (Poos Ki Raat):
यह कहानी एक गरीब परिवार की है जिसकी छठी कुमारी को यहाँ छूने का प्रयास किया जाता है, लेकिन उसका अज्ञानता और दुर्भाग्य के कारण उसका भाग्य उलटा हो जाता है।
"ईदगाह" (Eidgah):
इस कहानी में छोटे बच्चे हमीद की मासूमियत को दर्शाया गया है, जो अपनी आमदनी से ईद मनाने का सपना देखता है।
"गोदान" (Godan):
यह एक उपन्यास है जो किसानों की जीवनी और उनकी समस्याओं को दर्शाता है, और धन, समाज, और राजनीतिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है।
"नमक का दरोगा" (Namak Ka Daroga):
इस कहानी में एक नेता की भ्रष्टाचार की कहानी है जिसके लिए एक साधू बच्चे को निर्मूल करने के लिए कहता है।
"शतरंज के खिलाड़ी" (Shatranj Ke Khiladi):
इस कहानी में राजा विक्रमादित्य के दरबार में शतरंज के खिलाड़ियों की कहानी है, जो अपने खेलने के प्रिया के कारण राजा के दरबार में अच्छूते हो जाते हैं।
"इंतक़ाम" (Intekam):
इस कहानी में एक गरीब लड़के का किसी धनी लड़के से इंतक़ाम लेने की कहानी है जो एक प्रेम कथा में परिणाम होती है।
"बूँद" (Boond):
इस कहानी में एक किसान ने अपने खेत को सिंचाई के लिए नई तकनीकों का उपयोग करने की कोशिश की है और इससे होने वाली सकारात्मक परिणामों का वर्णन किया गया है।
"गबन" (Gaban):
इस कहानी में एक पति के धन की लोभी और अनैतिकता की कहानी है जिससे उसके जीवन में बड़ी मुश्किलें उत्पन्न होती हैं।
ये कहानियाँ मुंशी प्रेमचंद के साहित्य की अद्वितीयता और उनके समय के सामाजिक मुद्दों को छूने में सक्षम हैं।
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