परिषदीय शिक्षक की पत्नी फंदे से लटकी, किवाड़ तोड़कर निकाला शव
उझानी (बदायूं)। सिरसौली प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक उदम सिंह की पत्नी रजनी ने संदिग्ध हालात में फंदे से लटककर जान दे दी। कमरे की किवाड़ें अंदर से बंद थीं। बेटी के शोर मचाने के बाद भी किवाड़ें नहीं खुलीं तो मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने किवाड़ें तोड़ीं और फंदा काटकर शव नीचे उतारा।
घटना सोमवार की दोपहर करीब दो बजे की है। मथुरा जिले में कोसीकलां की ऑफीसर कॉलोनी निवासी उदम सिंह की पत्नी रजनी का मायका कस्बा छाता में है। उदम सिंह सुबह विद्यालय के लिए चले गए। दोपहर बाद उनकी बेटी हर्षिता (14) ने पिता को फोन कर बताया कि मम्मी कमरे में बंद हो गई हैं। इसके बाद उदम सिंह घर लौटे तो वह कमरे की किवाड़ें नहीं खोल पाए। आसपास के लोगों ने भी कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद फोन करके मौके पर पुलिस बुलाई गई। पुलिस कर्मियों ने मकान मालिक और उसके पति की मौजूदगी में किवाड़ें तोड़ी तो रजनी का शव पंखे से बंधे फंदे से लटका मिला।
पति उदम सिंह के मुताबिक, पुलिस की मौजूदगी में वह रजनी को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे तो चिकित्साधीक्षक राज कुमार गंगवार ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने अस्पताल परिसर से शव कब्जे में लेने की कार्रवाई पूरी की। इस बीच, उदम ने पुलिस को यह भी बताया कि रजनी की दिमागी हालत ठीक नहीं रही है। वह उसका इलाज दिल्ली और अलीगढ़ में भी करा चुके हैं। उन्होंने इलाज के पर्चे भी पुलिस को दिखाए हैं।
पुलिस ने मृतका के पिता छाता निवासी भरत सिंह को भी फोन पर घटना से अवगत कराया है। देर रात तक वह यहां नहीं आ पाए थे। रजनी की दो संतान में बेटा समृद्ध 11 साल का है। घटना के समय वह स्कूल में था। रजनी की मौत की वजह को लेकर फिलहाल पसोपेश बना हुआ है।
कमरे में मिला सुसाइड नोट, लिखा था पति का नहीं कसूर
पुलिस ने मृतका रजनी के कमरे से एक सुसाइड नोट मिलने का दावा किया है। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट बेड पर मिला था। उसके बारे में प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि रजनी ने पति उदम पर कोई आरोप नहीं लगाया है। बच्चों के बारे में लिखा है कि वह बहुत अच्छे हैं। सब कुछ ठीक था तो रजनी ने आत्महत्या क्यों की, इसे लेकर उसने कुछ भी नहीं लिखा है। पुलिस ने सुसाइड नोट उसी के हाथ से लिखा बताया है। सुसाइड नोट का रजनी की पूर्व में लिखीं कापियों से मिलान भी किया गया।
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